News & Updates

“Stay Connected and Informed: Empowering Lives, Transforming Communities!”

“Stay Connected and Informed: Empowering Lives, Transforming Communities!”

अर्ज़ी प्रकिर्या

अर्ज़ी प्रकिर्या

श्री बालाजी धाम पितृतीर्थ पनकी पड़ाव कानपुर
ॐ श्रीं श्री सीतारामाय नमः

श्री बालाजी महाराज को अर्जी लगाने की विधि :-

  • यदि हमारी कोई मनोकामना है या कोई समस्या हैं तो उसके लिये हम श्री बालाजी महाराज के धाम में अर्जी लगाते है ।
  • अर्जी लगाने वाले भक्त प्रातः काल अपने घर की लगने वाली पहली झाड़ू की थोड़ी सी मिट्टी लेकर एक पुड़िया बना ले ...
  • एक सूखा नारियल उसमे पुड़िया (मिट्टी वाली ) लाल कपड़े मे लपेटकर कलावा से बाँध ले ...
  • मन्दिर के लिये घर से निकलते समय वह बँधा हुआ नारियल लेकर अपने घर के मुख्य दरवाजे पर खड़े होकर " हे बालाजी महाराज हमारे घर के सभी संकट आपकी शरण में पहुंचे " यह कहते हुए दरवाजे पर नारियल सात बार ( घड़ी की दिशा में ) उतार कर सीधे दरबार ले आये ।
  • धाम मे अर्जी 281 ₹ की लगती है एवं 101 ₹ भेंट प्रभु के चरणों मे समर्पित होती है जिसमे बालाजी का महाराज का लड्डू का भोग , भैरो बाबा का काली उर्द का भोग , प्रेतराज सरकार का चावल का भोग लगाया जाता हैं
  • अर्जी का भोग लगाने का समय - प्रथम आरती से रात्रि शयन आरती तक

विशेष :- जो भक्त किसी किराये के मकान मे रहते है या किसी कारण वश वह अपने घर से नारियल की प्रक्रिया करके नही ला पाये वह भक्त नारियल को लाल कपड़े में बाँधकर अपने ऊपर से सात बार उतारकर (घड़ी की दिशा में ) प्रभु को अर्जी का नारियल अर्पित कर सकते है ।

कृपया ध्यान दे ... एकादशी के दिन श्री बालाजी धाम में अर्जी का भोग नही लगता हैं । यदि आपका अर्जी लगाना अति आवश्यक है तो आप लाल कपड़े मे नारियल के साथ 281 ₹ एवं 101 ₹ भेंट बाँधकर श्री बालाजी महाराज के धाम में अर्पित करें । क्योंकि अर्जी के भोग में श्री प्रेतराज सरकार का चावल का भोग लगता हैं और एकादशी के दिन चावल खाना वर्जित हैं । इसलिए एकादशी के दिन अर्जी का भोग नही लगता है ।

श्री बालाजी महाराज को दरखास्त लगाने की विधि :-

  • धाम में आने वाले सभी भक्तों को दरखास्त लगानी चाहिए । दरखास्त किसी मनोकामना के लिए , अपनी बात प्रभु तक पहुंचाने के लिये एवं जिन भक्तों को संकट समस्या है वह भी सभी लोग दरखास्त लगा सकते हैं ।
  • दरखास्त लगाने से पूर्व सभी भक्तजन श्री सीताराम नाम लेखन करके श्री बालाजी महाराज को अर्पण करके अपनी मनोकामना प्रभु के चरणों में अर्पित करे उसके पश्चात दरखास्त लगाये ।
  • दरखास्त के लिए ₹20 हाथ में रख करके अपनी मनोकामना श्री बालाजी महाराज से कहे उसके बाद अपने ऊपर से घड़ी की दिशा में सात बार उतारकर दरखास्त पेटिका में अर्पित करें ।

श्री बालाजी महाराज की संकटहारी आरती

  • धाम में अर्जी लगाने के पश्चात समस्या के अनुसार 41 दिन के विधान की प्रक्रिया है । 41 दिन के विधान में तीन बार क्रमशः 13 दिन के अंतराल में संकटहारी आरती करवाकर शक्तिपुंज प्रदान किए जाएंगे ।
  • प्रत्येक शक्तिपुंज 13वें दिन जमा होगा और भक्त को बाबा की संकटहारी आरती करनी होगी ।
  • 13 - 13 दिनों में क्रमशः तीन शक्तिपुंज धाम से भक्तों को प्राप्त होंगे संकटहारी आरती करवाने के पश्चात ।
  • सर्वप्रथम हमारे - प्रथम शक्तिपुंज - देव ऋण
द्वितीय शक्तिपुंज - ऋषि ऋण
तृतीय शक्तिपुंज - पितृ ऋण

इन तीनों ऋणों से मुक्त होने हेतु यह संकटहारी आरती का विधान होता है।

विशेष :- श्री हनुमान जी की कृपा पाने हेतु सभी भक्तजन संकटहारी आरती करवा सकते हैं अपने जन्म दिवस पर एवं मांगलिक कार्यक्रमों पर भी श्री बालाजी महाराज की कृपा पाने हेतु संकटहारी आरती करवा सकते हैं जिसमें प्रयोग होने वाली सामग्री " प्रसादम् " से प्राप्त की जा सकती है । संकटहारी आरती करवाने हेतु किसी बंधन या विधि में बंधने की आवश्यकता नहीं है । संकट हारी आरती करने के प्रभाव से भक्त निरोगी मानसिक तनाव अथवा अदृश्य ऊर्जाएं के प्रभाव से मुक्त रहते हैं । धाम की विशेष कृपा उन्हें प्राप्त होती है ।

श्री बालाजी महाराज की संकटहारी हवन विधि :-

अर्जी एवं संकटहारी आरती (शक्तिपुंज ) प्रक्रिया के बाद आने वाली अमावस्या या पूर्णिमा तिथि में संकटहारी हवन करवाना आवश्यक होता हैं । हवन से समस्त देव, ऋषि ,पितृ तृप्त होते हैं 41 दिन की प्रक्रिया अर्जी से आरंभ होकर संकटहारी हवन तक में पूर्ण होती है।

माता महाकाली की दिव्य श्रृंगार आरती एवं भोग :-

जिन भक्तजनों को शारीरिक मानसिक कष्ट है वह त्वरित लाभ के लिए महाकाली के विशेष भोग को लगा सकते हैं । प्रत्येक शनिवार माता का श्रृंगार आरती एवं भोग के पश्चात दिव्य महाप्रसाद सभी भक्तों को प्राप्त होता है।

महाप्रसाद में प्राप्त काजल का दिव्य महाप्रसाद का प्रयोग रात को सोने से पूर्व अवश्य करें

महाप्रसाद में प्राप्त गरी को प्रसाद को प्रतिदिन ग्रहण करने से खिलाए हुए तंत्र-मंत्र वशीकरण एवं नाना प्रकार की स्तंभित तांत्रिक बंधनो का समाधान होता है ।

प्रत्येक रविवार श्री महाकाल सरकार की दिव्य श्रृंगार आरती एवं भोग

  • जिन भक्तजनों को कुंडली में जनित ग्रह दोष एवं नाना प्रकार के कष्टो से लाभ के लिए प्रभु महाकाल जी का विशेष वैदिक अभिषेक श्रृंगार करवा के प्रभु की कृपा प्राप्त करें ।
  • प्रत्येक रविवार श्री महाकाल जी का दिव्य वैदिक अभिषेक श्रृंगार आरती एवं भोग के पश्चात् श्री अन्नपूर्णा महाप्रसाद का वितरण होता है जिसको ग्रहण करके खिलाए गए तांत्रिक बंधनों से मुक्ति एवं तृप्ति प्रदान होती है व महाकाल एवं मां अन्नपूर्णा की कृपा प्राप्त होती है ।

श्मशान भैरव जी का दिव्य भोग :-

समस्त प्रकार की श्मशान साधना द्वारा जागृत की गई नकारात्मक ऊर्जाओं द्वारा मारण , मोहन , वशीकरण एवं मलिच्छ ऊर्जाओं के द्वारा जीवन में हो रहे क्लेश कष्टों के समाधान हेतु श्मशान भैरव भोग अर्पित किया जाता है।

भोग लगाने की समस्त विधियों के लिए धाम के अधिकृत प्रभु सेवक पद से संपर्क करें ।

प्रत्येक मंगलवार विशेष श्री बालाजी महाराज कृपा प्राप्ति अनुष्ठान :-

संकट कटै मिटै सब पीरा ।
जो सुमिरै हनुमत बल बीरा ॥

अन्नत कोटि ब्रह्माण्ड नायक श्री सद्गुरुदेव महाराज प्रभु श्री हनुमान जी महाराज की कृपा पाने हेतु मंगलवार सामूहिक " श्री हनुमान चालीसा पाठ एवं हवन " व सीतारामनाम संकीर्तन ।

Follow Us On Social Media

Served Over 0 Children in 190 countries in the world

Donate Money

Even the all-powerful Pointing has no control about the blind texts.

Donate Now

Be a Volunteer

Even the all-powerful Pointing has no control about the blind texts.

Be A Volunteer